'जीरो' को लेकर यूपी के इस शहर में सबसे ज्यादा क्रेज, इसकी वजहें जानकर चौंक जाएंगे
मेरठ। शाहरूख खान की 21 दिसंबर को रिलीज होने वाली उनकी फिल्म 'जीरो' में वह बौने के रूप में दिखार्इ देंगे। आनंद एल. राय की फिल्म 'जीरो' में शाहरूख खान का अब तक का सबसे अलग रोल है। इस फिल्म की पृष्ठभूमि मेरठ लेने का आइडिया भी शाहरूख खान का था, क्योंकि शाहरूख का मेरठ से पुराना नाता रहा है। बचपन में जब वह अपने मामा के यहां आते थे तो मेरठ की गलियों में खूब घूमते थे। 'जीरो' का खासतौर पर मेरठ के लोग इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि यह फिल्म नगरी की पहली एेसी फिल्म होगी, जिसमें मेरठ को इतनी प्रमुखता से दिखाया गया है। फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद अब गाना 'मेरे नाम तू' रिलीज किया गया है। इसमें भी मेरठ छाया हुआ है।
पहले फिल्म की शूटिंग होनी थी मेरठ में
इस फिल्म की शूटिंग पहले मेरठ शहर में ही होनी थी, लेकिन यहां जिन इलाकों में शूटिंग होनी थी, वे बहुत संवेदनशील हैं। जिला व पुलिस प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी थी। इसलिए शाहरूख आैर निर्देशक आनंद एल. राय ने मेरठ की पृष्ठभूमि का हूबहू सेट मुंबर्इ में ही तैयार करवाया गया, ताकि घंटाघर, टाउनहाल समेत फिल्म के सभी सीन सजीव लगें।मेरठ के यहां के दृश्य दिखार्इ देंगे
शाहरूख ने घंटाघर की घड़ी ठीक करार्इ थी पहले जब मेरठ में घंटाघर के आसपास शूटिंग करने की बात शुरू हुर्इ थी, तो अभिनेता शाहरुख खान को पता चला कि घंटाघर की घड़ी ठीक रखरखाव नहीं होने के कारण खराब पड़ी है। तब उन्होंने इस घड़ी को ठीक करवाने के लिए छह लाख रुपये भिजवाए थे आैर घंटाघर की घड़ी ठीक करार्इ थी। फिल्म में यहां के हैं सीन शाहरुख खान की फिल्म में घंटाघर आैर इसके आसपास के इलाके के कर्इ सीन रखे गए हैं। इनमें घंटाघर,टाउन हाल,नगर निगम,लाला का बाजार, वैली बाजार,खैर नगर,अहमद रोड,जली कोठी, सोतीगंज,कोतवाली,तीन मस्जिदें और एसएसपी आॅफिस आदि शामिल हैं। दरअसल, शाहरुख खान के मामा लाला का बाजार में रहते थे। बचपन में वह यहां कर्इ बार आए थे, तो यहां का माहौल उनके मन में था, इसलिए वो अपनी फिल्म में लाला का बाजार आैर इसके आसपास के सीन फिल्माना चाहते थे।
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